Ghamandi Hathi aur chiti ki kahani , Ant and Elephant Story in hindi , घमंडी हाथी और चींटी की कहानी
Hathi aur chiti ki kahani 

हाथी और चींटी की कहानी | Ant and Elephant Story In Hindi -

एक समय की बात है एक जंगल था उस जंगल में बहुत से जानवर रहते थे | उसी जंगल में एक हाथी और एक चींटी भी रहते थे | हाथी बहुत ताकतवर और घमण्डी था | हाथी के रास्ते में जो भी जानवर आता उसे उठा कर पटक देता था | जो भी जानवर हाथी का विरोध करता हाथी उसे बहुत परेशान करता था इसीलिए जंगल का कोई भी जानवर हाथी का विरोध नहीं करता था , यहाँ तक की जंगल का राजा शेर भी हाथी से डरता था |

 उसी जंगल में एक चींटी भी रहती थी | चींटी बहुत मेहनती और विनम्र स्वभाव की थी |चींटी छोटी जरुर थी परन्तु उसके स्वभाव के कारण जंगल के सभी जानवर उसका बड़ा सम्मान करते थे | चींटी दिनभर मेहनत करके जंगल से खाना लाती और अपने घर में जोड़ कर रखती थी ताकि गर्मी और बरसात के दिनों में जब भोजन की कमी हो जाए तब उसके पास पर्याप्त खाना हो |


Ghamandi Hathi aur chiti ki kahani , Ant and Elephant Story in hindi , घमंडी हाथी और चींटी की कहानी
Elephant and Ant Story 

 चींटी के घर से कुछ दूरी पर एक तालाब था | एक दिन हाथी उसी तालाब के पास नहाने आया | जब वह नहा कर जा रहा था तब उसे रास्ते में चींटी का घर दिखलाई दिया | हाथी को शरारत सूझी वह अपनी सूंड में तालाब से पानी भरकर लाया और चींटी के घर के ऊपर डाल दिया | पानी में चींटी का घर बह गया और उसके द्वारा जमा किया गया सारा खाना भी खराब हो गया |

 यह देख चींटी को बहुत गुस्सा आया | चींटी नाराज होकर हाथी से बोली – “ क्या तुम्हें दिखता नहीं यहाँ मेरा घर था और तुमने जानबूझ कर मेरे घर के ऊपर पानी डालकर उसे तोड़ दिया |”

 चींटी की बात सुनकर हाथी हँसते हुए बोला – “ तो तुम जाकर मेरा घर तोड़ दो या जाकर जंगल के जानवरों से मेरी शिकायत कर दो | “ इतना कहकर हाथी हँसते हुए चला गया |”

 हाथी की इस हरकत से चींटी बहुत दुखी हुई और उसे बहुत गुस्सा आ रहा था | चींटी किसी भी तरह से  हाथी से बदला लेना चाहती थी | परन्तु उसे समझ नहीं आ रहा था की हाथी से बदला कैसे लिया जाए ?

 चींटी ने फिर से बड़ी मेहनत  करके अपना घर बना लिया | हाथी फिर तालाब में पानी पीने आया और चींटी का नया घर देख कर सोचने लगा – “ आज फिर चींटी के घर पर पानी डालूँगा लेकिन पहले कुछ आराम कर लिया जाए |”  इतना सोचकर हाथी एक पेड़ के नीचे सो गया |

 चींटी ने हाथी को सोते हुए देख लिया | चींटी के लिए यह एक सुनहरा अवसर था | चींटी हाथी के पास गई और धीरे से उसकी सूंड  में घुस गई  और उसकी सूंड  के अन्दर जाकर उसे काटने लगी | चींटी के काटने से हाथी की नींद खुल गई | चींटी हाथी के सूंड में बार-बार काटने लगी अब हाथी बहुत परेशान हो गया | उसे अपनी सूंड में बहुत तेज दर्द होने लगा परन्तु उसे समझ नहीं आ रहा था कि चींटी को सूंड से बाहर कैसे निकाले | हाथी अपनी सूंड से तेजी से हवा अंदर वाहर करने लगा परन्तु चींटी ने हाथी की सूंड में जोर से डंक गडा दिया और सूंड के अन्दर चिपकी रही | हाथी अपनी सूंड से चींटी को निकालने का जितना प्रयास करता चींटी हाथी को उतनी जोर से काटती थी | हाथी दर्द से कराहने लगा | हाथी के चिल्लाने की आवाज सुन कर जंगल के सारे जानवर आ गए और सभी मन-ही-मन बहुत खुश हो रहे थे |


Ghamandi Hathi aur chiti ki kahani , Ant and Elephant Story in hindi , घमंडी हाथी और चींटी की कहानी |
घमंडी हाथी और चींटी 

  हाथी  समझ गया की उसके कान के अन्दर चींटी घुस गई है और अपना बदला ले रही है | हाथी को अपनी गलती का अहसास हुआ और चींटी से बोला – “ बहन चींटी ! मुझसे गलती हो गई थी जो ताकत के नशे में मैंने तुम्हे परेशान किया | मुझे माफ़ कर दो अब दोबारा इस प्रकार किसी भी जीव को परेशान नहीं करूँगा |”

हाथी के इस प्रकार बार-बार माफ़ी मांगने पर चींटी ने उसे माफ़ कर दिया और उसके कान से बाहर निकलकर बोली – “ हाथी भाई ! कभी भी किसी को छोटा समझ कर उसका अपमान नहीं करना चाहिए | सभी में कुछ ना कुछ खूबियाँ होती हैं | “

 हाथी को अपनी गलती का एहसास हो गया था उसने चींटी से माफ़ी तो मांगी ही सांथ ही जंगल के सारे जानवरों से भी माफ़ी मागीं | सभी ने हाथी को माफ़ कर दिया | फिर जंगल के सारे जानवर हंसी-खुशी रहने लगे |

 शिक्षा- “ हाथी और चींटी की कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि किसी को भी कमजोर या छोटा नहीं समझना चाहिए |”