Chore Ki Dadi me Tinka kahani , Chor ki dadi me tinka
Chore ki Dadhi me Tinka 

चोर की दाड़ी में तिनका -बीरबल के चतुराई  | Chor ki Dadhi me Tinka -

चोर की दाड़ी में तिनका हिंदी का बहुत ही प्रसिद्ध मुहावरा है इसका शाब्दिक अर्थ होता हो दोषी व्यक्ति कुछ न कुछ सबूत छोड़ देता है | इस मुहावरे का प्रयोग सदियों से किया जा रहा है | हम ने चोर की दाड़ी में तिनका मुहावरे पर कई कहानियां पढ़ी और सुनी हैं | हम इसी पर आधारित अकबर-बीरबल की कहानी बतलाने जा रहे हैं |

यह सभी जानते हैं कि अकबर के दरबार में बीरबल सबसे बुद्धिमान दरवारी थे जब भी बादशाह अकबर किसी मुसीबत में फंसते थे तब बीरबल की सहयता से उस मुसीबत से बाहर आ जाते थे | एक बार अकबर ने बीरबल को परेशान करने की सोची | अकबर ने अपनी रत्नजड़ित अंगूठी छुपाने के लिए एक दरवारी को दे दी और उसे समझाइस दी कि इस बारे में किसी से कुछ ना कहे | दरवानी ने वैसा ही किया |

जब बीरबल अकबर से मिलने पहुंचे तब अकबर ने कहा – “ बीरबल ! आज हमारी प्रिय रत्नजड़ित अंगूठी किसी ने चोरी कर ली है | रात्रि में जब हम सोने जा रहे थे तब हमने अंगूठी रख दी थे और जब सुबह उठे तब अंगूठी हमें नहीं मिली | तुम तो ज्योतिष के बड़े विद्वान हो तुम ही इसका पता लगाओ |”

बीरबल ने जवाब दिया – “ बादशाह ! महल के अन्दर सिर्फ आपके दरवारी और प्रहरी ही रहते हैं इन्हीं में से किसी ने अंगूठी चुराई है | सबसे पहले आप मुझे वह स्थान दिखाएँ जहाँ आपने अंगूठी रखी थी | “

बादशाह अकबर ने एक अलमारी की तरफ इशारा किया | बीरबल अलमारी के पास गए और ज्योतिष संबंधी गुना भाग करने लगे इसके बाद अलमारी में कान लगाकर कुछ फुसफुसाने लगे | सभी को लगा की बीरबल अलमारी से कुछ पूछ रहे हैं |

कुछ देर बाद बीरबल अकबर से बोले – “ बादशाह ! मेरे ज्योतिष के अनुसार अलमारी साफ़ संकेत दे रही है कि जिस व्यक्ति ने आपकी अंगूठी चुराई है उस चोर की दाड़ी में तिनका है |”

बीरबल की बात को जब उस दरवारी ने सुना जिसे अकबर ने रत्नजड़ित अंगूठी दी थी तो डर के कारण अपनी दाड़ी टटोलने लगा | बीरबल पहले से ही सचेत थे उन्होंने उस दरवारी को दाड़ी में तिनका ढूंढते देख लिया | बीरबल उसे पकड़कर अकबर के पास ले जाकर बोले – “ जहाँपनाह ! यही चोर है जो अपनी दाड़ी में तिनका ढूंढ रहा है |”

अकबर को तो पहले से ही सब पता था | अकबर बीरबल की चतुराई से बहुत प्रसन्न हुए और उन्हें वह रत्न जडित अंगूठी ईनाम में दे दी |