हंसमुख इंसान की कहानी -
पांच मित्र थे उनकी आपस में बहुत गहरी दोस्ती थी | इनमें से एक का नाम रमेश था | रमेश सभी मित्रों में सबसे ज्यादा हंसमुख, मिलनसार और दूसरों की मदद करने वाला इंसान था | सभी मित्रों की उम्र 40 वर्ष के ऊपर थी |रमेश गंजा था परन्तु वह हमेशा अपने सिर पर नकली बालों की बिग लगाता था | रमेश के चारो मित्रों को यह बात पता नहीं थी कि रमेश गंजा है | रमेश ने भी यह बात अपने किसी मित्र को नहीं बतलाई थी |
एक बार सभी मित्रों ने तय किया कि वो हफ्ते में एक दिन बाईक से घूमने जाया करेंगे | तय कार्यक्रम के अनुसार सभी बाईक से घूमने निकले | रमेश अपनी बाईक चला रहा था की हवा के जोरदार झोके से रमेश की बिग हवा में उड़ गई |
रमेश के सभी दोस्तों को यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ की रमेश गंजा है | वे सभी रमेश को देखकर जोर-जोर से हंसने लगे और बोले – “ भाई रमेश ! तुम्हारा सर तो चिकने घड़े जैसा गोल मटोल और चिकना है, लगता है इस पर सालो से खेती नहीं हुई | “
उन्हें देखकर रमेश भी जोरों से हंसने लगा | सभी दोस्तों ने पूछा – “ रमेश ! हम तो तुम्हारे ऊपर हंस रहे हैं परन्तु तुम क्यूँ हंस रहे हो | “
रमेश बोला – “ मैं अपनी मूर्खता पर हंस रहा हूँ | मैं हमेशा अपने गंजेपन को छुपाता रहा | जब मेरे बालों ने ही मेरा सांथ नहीं दिया तो दूसरे के बाल ( बिग )मेरा कितना सांथ देते |”
शिक्षा – “ हंसमुख इंसान कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि ईश्वर ने हमें जैसा बनाया है हमें वैसा ही रहना चाहिए |”
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