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Angur Khatte Hain - Lomdi ki Kahani |
अंगूर खट्टे हैं - लोमड़ी और अंगूर की कहानी | Angur khatte hai - Fox and Grape Story In Hindi -
अंगूर खट्टे हैं एक बहुत ही पुरानी और प्रचलित लोकोक्ति और मुहावरा है इसका प्रयोग लगभग सभी व्यक्ति आम बोलचाल की भाषा में प्रयोग करते हैं |एक बार की बात है एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी , एक दिन उसे बहुत जोरों की भूख लगी थी और वह भोजन की तलास में जंगल में भटक रही थी तभी उसे एक पेड़ पर अंगूर की बेला लटकती हुई दिखलाई दी जिसमें बहुत सारे अंगूर के गुच्छे लगे हुए थे | अंगूरों को देखकर लोमड़ी के मुंह में पानी आ गया और उसे लगा आज बहुत ही रसीले और स्वादिष्ट अंगूर खाने के लिए मिलेंगें | लोमड़ी अंगूर देखकर मन ही मन बहुत खुश हो रही थी |
लोमड़ी उस पेड़ के नीचे गई और अंगूर के गुच्छे तोड़ने ले लिए छलांग लगाई परन्तु अंगूर उसके हाँथ नहीं आये | लोमड़ी ने दुबारा प्रयास किया परन्तु इस बार भी अंगूर उसकी पहुँच से कुछ ही दूर रह गए | लोमड़ी को लगा अंगूर कुछ ही ऊंचाई पर हैं शायद और प्रयास करने पर मिल जाए | लोमड़ी बार-बार उछल-उछल का अंगूर तोड़ने का प्रयास करने लगी परन्तु वह अंगूर तक नहीं पहुँच पाई और थक कर बैठ गई | थोड़ी देर आराम करने के बाद लोमड़ी ने अंगूर तोड़ने का पुनः प्रयास किया परन्तु वह फिर नाकाम रही और थक हांर कर जाने लगी | जाते-जाते उससे किसनी ने पूछ लिया - " अरे लोमड़ी , तुम बिना अंगूर खाए क्यूँ जा रही हो |"
तब लोमड़ी ने जवाब दिया - " अंगूर खट्टे हैं |" इतना बोलकर लोमड़ी अपन रास्ते चली गई |
आजकल लोग जब किसी कार्य को करते हैं और कार्य नहीं होता तब अपनी कमी छुपाने के लिए " अंगूर खट्टे हैं " कहकर बहाना बना देते हैं |
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