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Billi ke gale me Ghanti

बिल्ली के गले में घंटी बांधना | Billi Ke Gale Me Ghanti Bandhna -

बिल्ली के गले में घंटी बांधना एक हिंदी का प्रमुख मुहावरा है जिसका अर्थ होता है असम्भव कार्य को करने का प्रयत्न करना जब कोई  व्यक्ति किसी असंभव कार्य को करने का प्रयास करता है तब बिल्ली के गले में घंटी बांधना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है | बिल्ली के गले में घंटी बांधना मुहावरे से जुडी एक प्रसिद्ध कहानी भी है जो इस प्रकार है -

बिल्ली के गले में घंटी- बिल्ली और चूहा  की  कहानी | Billi ke Gale men Ghanti -

एक व्यवसायी था उसके पास एक बहुत बड़ा गोदाम था | गोदाम में कई छोटे-बड़े चूहे रहते थे | चूहों ने दुकान और गोदाम के अन्दर ही बिल बना लिए थे और रात के समय जब कोई नहीं रहता तब चूहे अपने बिल से निकलते और गोदाम में रखा अनाज खा जाते थे | इससे व्यवसायी को बहुत हानि हो रही थी उसने चूहों को भगाने के कई उपाय किये पर कोई भी उपाय सफल नहीं हो सका | व्यवसायी को उसके एक मित्र ने बिल्ली पालने की सलाह दी | व्यवसायी को सलाह अच्छी लगी और उसने एक मोटी-ताज़ी बिल्ली पाली और बिल्ली को गोदाम में ले जाकर छोड़ दिया |

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Chua Aur Billi Ki Kahani

बिल्ली गोदाम में रहती और रात में जब भी कोई चूहा अपने बिल से अनाज खाने के लिए निकलता तो बिल्ली उसे दबोच लेती और खा जाती थी | बिल्ली को अब यहाँ अच्चा लगने लगा क्यूंकि रोज उसे हट्टे-कट्टे चूहे खाने को मिलते थे | धीरे-धीरे गोदाम में चूहों की संख्या कम होने लगी | एक दिन जब बिल्ली कहीं गई थी तब सारे चूहों ने मीटिंग बुलाई और बिल्ली से किस प्रकार बचा जाए इस बात पर चर्चा की गई | सभी ने अपने –अपने विचार रखे पर कोई सहमती नहीं बन पाई | अंत में एक नौजवान चूहे की बारी आई उसने कहा –“ अगर हम बिल्ली के गले में घंटी बाँध दें तो हमारी समस्या का हल हो जाएगा | जब भी बिल्ली आयेगी हमें उसके गले में बंधी घंटी की आवाज सुनाइ दे जाएगी और हम सभी अपने-अपने बिल में चले जायेंगें और अपनी जान बचा लेगें | “

सभी चूहों को उस नौजवान चूहे की बात अच्छी लगी और सभी को लगा कि अब बिल्ली के गले में घंटी बांधने के बाद उनकी समस्या का हल हो जायेगा और वो पहले की तरह आराम से घूम-फिर सकेंगें | सभी इस बात पर बहुत खुश थे | तभी बुजुर्ग चूहा नाराज होकर बोला – “ अरे मूर्खो ! इतना खुश होने की जरुरत नहीं है , जब तक बिल्ली के गले में घंटी नहीं बंधती तब तक हम ऐसे ही परेशान होते रहेंगें , पहले मुझे ये बतलाओ बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा ? ”

बुजुर्ग चूहे की बात सुनकर सभा में सन्नाटा छा गया | अब किसी को भी समझ नहीं आ रहा था की बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा ? “ जो भी चूहा बिल्ली के गले में घंटी बाँधने जायेगा बिल्ली उसे खा जाएगी | तभी अचानक बिल्ली के आने की आवाज सुनाई दी और सभी चूहे अपने-अपने बिलों में चले गए |

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Billi Ke Gale Me Ghanti -  Chuha aur Billi 

बाद में इसी तरह के किसी कार्य को करने के लिए "बिल्ली के गले में घंटी बांधना “ कहावत प्रचलित हो गई जिसका अर्थ है बहुत ही कठिन कार्य को करने का प्रयत्न करना |

शिक्षा - " किसी भी कार्य को करने से पहले से पहले उसके बारे में उससे बारे में सही योजना बना लेना चाहिए नहीं तो बाद में जग हंसाई होती है |"

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